Pran Prathishtha Samaroh | Ayodhya Ram Mandir Aayojan | Ayodhya Ram Mandir Celebration
भगवान राम के जन्म स्थान Ayodhya ka Ram Mandir की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 22 जनवरी 2024 को होने वाला है। इस विशाल समारोह में देशभर के कई खास लोग भाग लेने वाले हैं, जिनमें प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री, कई राज्यों के मु्ख्यमंत्री, बॉलीवुड के सुपरस्टार, क्रिकेटर्स और अन्य खेलों के खिलाड़ी भी शामिल हैं।
Also Read: Ram Mandir Pran Prathishta: कैसे होगी प्राण प्रतिष्ठा?, क्या होगी पूजा विधि?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 22 जनवरी को हो रहा है, जिसमें 6000 किलोग्राम राम हलवा के साथ हनुमान कड़ाही का आयोजन होगा। इस अत्यंत महत्वपूर्ण समारोह की योजना और आयोजकों की उच्च गुणवत्ता वाली प्रबंधन की चर्चा करते हैं, जिससे आपको वेब सर्च में अग्रणी बनाया जा सके।
Ayodhya Ka Ram Mandir ka itihaas | राम मंदिर का इतिहास | Ram Mandir History in Hindi
राम मंदिर, जो अयोध्या में स्थित है, एक हिन्दू धरोहर का प्रतीक है। यह स्थल परंपरागत रूप से भगवान राम के भव्य मंदिर के रूप में जाना जाता है जो भगवान राम के अवतार के लिए पूजा जाता है। इतिहासकारों के अनुसार 600 ईसा पूर्व अयोध्या में एक महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र था। इस स्थान को अंतरराष्ट्रीय पहचान 5वीं शताब्दी में ईसा पूर्व के दौरान तब मिली जबकि यह एक प्रमुख बौद्ध केंद्र के रूप में विकसित हुआ।
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है भगवान राम 14 साल के वनवास के दौरान माता सीता और लक्ष्मण के साथ यहां पंचवटी में आकर ठहरे थे। इस वजह से इस जगह को लेकर खास मान्यता है। यहां दूर-दूर से लोग भगवान राम के दर्शन करने आते हैं। प्रभु श्रीराम के बाद, अयोध्या का राजा उनके पुत्र लव था। लव ने पिता के बाद अयोध्या का राज्य संभाला था। इसके बाद, रामचंद्र के वंशजों ने अयोध्या के राज्य पर शासन किया।
हर एक भारतीय के लिए भगवान श्री राम के पुत्र कुश ने अयोध्या में श्री राम जी का मंदिर बनवाया था और 1528 में बाबर ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर को गिरवा कर वहां मस्जिद का निर्माण करवाया था। कहा जाता है सीतारामजी के अयोध्या में 3000 मंदिर थे। 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच युद्ध हुआ था, 1528 तक बाबर की सेना अयोध्या पहुंची और तभी उस मंदिर को तुड़वाया, लेकिन 250 साल होने के बाद भी हिंदू इस बात को नहीं भूल पा रहे थे, कि भगवान राम के जन्म स्थान की जगह पर मंदिर तोड़ के मस्जिद कैसे बना दिया।
Ram Mandir Pran Prathishtha | Pran Prathishtha me kya hoga?
22 जनवरी को होने वाले समारोह की योजना में बड़ी संख्या में भक्तों की समर्थन में बहुत आवश्यक विवरण हैं। समारोह की शुरुआत भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ होगी, जिसमें पूजा और विशेष आयोजनों का विवरण शामिल है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, और विभिन्न अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू होंगे। जबकि प्राण प्रतिष्ठा का मूल अर्थ – मूर्ति को जीवन देना – काफी सरल है, समारोह में वेदों और पुराणों से लिए गए विभिन्न अनुष्ठान शामिल हैं। प्रत्येक का अपना महत्व है।
Also Read: Ayodhya Ram Mandir History: मंदिर निर्माण में बहा हजारों सनातनियो का लहू
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन धीरे-धीरे करीब आता जा रहा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे। इससे पहले ही 16 जनवरी से कई अन्य अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा का मूल अर्थ भगवान की प्रतिमा को जीवन देना है।
Ram Mandir ka Prasad kya hoga | Hanuman Kadhai | Ram Halwa
इस अद्वितीय समारोह में, हनुमान कड़ाही का विवरण देते हुए, भक्तों को इस प्रतिष्ठान्त पूजा के अद्वितीयता का अनुभव करने का मौका मिलेगा। साथ ही, 6000 किलोग्राम राम हलवा के बनाने की विधि और उसका वितरण इस समारोह को और भी स्वादिष्ट बनाएगा। 22 जनवरी से राम मंदिर का प्रसाद खादी ऑर्गेनिक या मंदिर दर्शन वेबसाइट के माध्यम से वितरित किया जाएगा।
- 100 ग्राम मोतीचूर का लड्डू
- इलायची दाना
- पवित्र तुलसी या तुलसी का पत्ता
- राम जन्मभूमि की मिट्टी
- सरयू नदी का पानी
- बर्फी, पेड़ा, लड्डू जैसी मिठाइयाँ
ऐसा कहा जाता है कि पैकेट में बर्फी, पेड़ा, लड्डू जैसी मिठाइयाँ और शुद्ध घी और अन्य जैविक सामग्री से बनी मिठाइयाँ थीं। 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या पहुंचने वाले मेहमानों को दो बक्से भेंट किए जाएंगे। एक बक्से में प्रसाद होगा और दूसरे में राम जन्मभूमि की मिट्टी और सरयू नदी का पानी। राम मंदिर का प्रसाद खादी ऑर्गेनिक या मंदिर दर्शन वेबसाइट के ज़रिए भी वितरित किया जाएगा।