Kaale ghode ki naal ki ring प्राचीन समय से चली आ रही अश्वमेघ यज्ञ की रीति का एक प्रारूप है। अश्व यानि घोड़ा हमारे रिग वेदा के समय से ही काफ़ी पूजनीय और पवित्र माना जाता है। Ghode की शक्ति उसके पैरों में होती है तभी उसकी नाल को काफ़ी तंत्र विद्याओं और ज्योतिषी में इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है की नाल की बनी अंगूठी से किसी भी रुके हुए काम को पूरा किया जा सकता है। यह व्यापार को ज़मीन से उठा के आसमान की ऊचाईयों पर ले जाती है और सरकारी नौकरी की प्राप्ति के लिए यह एक रामबाण होती है। इसको पहनने से सफलता आपके कदम चूमती है।
Product Description:
- Size: Adjustable Size
- Color: Black
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प्राचीन तंत्र विद्या और भारतीय ज्योतिष में Kaale Ghode Ki Naal Ki Ring पर बहुत जोर दिया गया है। ऐसा कहा जाता है कि जब काले घोड़े की नाल की बनी अंगूठी का इस्तेमाल किया जाता है, तो सबकुछ संभव हो जाता है। इसी तरह, इसका उपयोग ज्योतिष में तब किया जाता है जब शनि की विपरीत दिशा आपकी कुंडली में मंडरा रही हो। वैसे तो किसी भी घोड़े की नाल की बनी अंगूठी काफी असरदार होती है, लेकिन अगर उसमें काले घोड़े के सामने वाले दाहिने पैर की बनी अंगूठी हो तो वह कई गुना ज्यादा असरदार हो जाती है।
माना जाता है की naal ki anguthi में आपके जीवन को पल भर में बदलने की शक्ति होती है। काले ghode ki naal का एक रूप होता है जो अंग्रेजी में यू अक्षर के बराबर होता है। यह टिकाऊ और मजबूत लोहे से बना होता है और इसी से naal ghoda anguthi बनायीं जाती है। यह भी कहा जाता है कि घोड़े की नाल जिस तरह से घोड़े के पैरों की रक्षा करती है, उसी तरह घोड़े की नाल की बनी anguthi इसको धारण करने वाले जातक के घर की रक्षा करती है। इसके लिए लोग इसे अपने मुख्य द्वार पर स्थापित करते हैं, और इसके इस्तेमाल से कोई भी नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।
यदि किसी भी व्यक्ति या उसके परिवार का कोई भी सदस्य अपनी कुंडली में शनि दोष से पीड़ित है तो उसके लिए ghode ki naal ki anguthi अत्यंत फायदा प्रदान करती हो। इस अंगूठी को धारण करने से शनि देव की कृपा जातक पर बरसती है और उसके रुके हुए काम पूर्ण हो जाते है।
यदि शनि एक बार मेहरबान हो जाये तो पल भर में व्यक्ति रंक से राजा बन जाता है। नौकरी ना लगना, व्यापार में घाटा होना, शादी ना होना, संतान सुख की प्राप्ति ना होना यह सब शनि दोष के विपरीत प्रभाव है। इन सब से बचने के लिए घोड़े की नाल की अंगूठी बहुत फायदा देती है और इस से ढैय्या व साढ़ेसाती भी अनुकूल प्रभाव देने लगते हैं।
1. आप Kaale Ghode Ki Naal Ki Ring online मंगवा के भी उसे पहन सकते है।
2. इस अंगूठी या छल्ले को शनिवार के दिन पीपल पेड़ के नीचे एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर उसमे डालकर अपना चेहरा देखें।
3. इसके तत्पश्चात उस बचे हुए तेल को दान कर दें।
4. बाद में उस अंगूठी को साफ कर के अपनी अंगुली में धारण कर ले। ऐसा करने से शनि की साढ़ेसाती या उसके प्रकोप का दुष्प्रभाव काफ़ी काम हो जाता है।